Kahani Kursi Ki : लालू-तेजस्वी के विरुद्ध..नीतीश कमज़ोर या मज़बूत? PM Modi |Bihar Election |Tejashwi

कानी कुर्शी की देख रहे हैं आप और कानी कुर्सी में बिहार का एक छोटा मिनी ओपिनियन पोल आपको हम दिखा रहे हैं हमारे मेहमानों के बीच से जो ओपिनियन निकलेगी उसका पोल हम आपके साथ कर रहे हैं बस एक रेफरेंस के लिए पिछली बार एनडीए को मिले 125 सीटें और आरजेडी के गठबंधन को मिली थी 110 15 सीट का अंतर था केवल लेकिन इस बार क्या ये अंतर आरजेडी पाट सकती है या इसको बढ़ा सकता है एनडीए मतलब बीजेपी और जेडीयू तो आइए शुरुआत करते हैं मगध से मगध की 74 सीटों में बीजेपी को 17 जेडीयू को 14 हमको चार आरजेडी को सात कांग्रेस को सात सीपीआईएमएल को चार इंडिपेंडेंट को एक मिला था मगध जहां है राजधानी पटना क्या है वहां का सेंसस व नहीं देखिए सौरभ जी क्या है मगध और शाहाबाद का इलाका है भोजपुर का इलाका है वह बहुत कठिन इलाका है एनडीए के लिए बहुत कठिन इलाका है इंक्लूडिंग पटना देखिए पार्लियामेंट की सीट जीत लेना और देखिए पार्लियामेंट के चुनाव में भी आप कहां जीते आप जहानाबाद हार गए आप औरंगाबाद हार गए औरंगाबाद जो 1952 से वह चित्तौरगढ़ अभय कुशवाहा को आरजेडी को आप पाटलीपुत्र हार गए आरा में आर के सिंह चुनाव हार गए जो केंद्रीय मंत्री थे जिनके बारे में कहा जाता था कि भाई विकास पुरुष है काराकाट में क्या खेल हुआ आपने देखा कि भाई उपेंद्र कुशवाहा चुनाव हारे कहां से पवन सिंह आ गए बक्सर में क्या खेल हुआ आपने देखा वहां सुधाकर सिंह आरजेडी चुनाव जीत गए जहानाबाद में सुरेंद्र यादव चुनाव जीत गए तो यह इलाका जो है ना और 2020 का भी यदि नतीजा देखेंगे तो इस इलाके में भारी पराजय का सामना करना पड़ा था और देखिए यह जो पहले दो चरण के चुनाव हुए थे 2020 में उसमें एनडीए पिछड़ गया था और उसके बाद 2020 का किस्सा सुना देते चकि आप कहानी कुसी की बता रहे हैं तो एनडीए को लगा विज्ञापन और मार्केटिंग तो जानते ही यादव अपनी रैलियों में कहते हैं कोई ऐसा स मुरे बोलते बिल्कुल मुठ अब ये अब ये मत करो और कह रहे हैं कि देखो तुम इंजन हो बाकी बोगी है तो इंजन मतलब यादव है तो चीफ मिनिस्टर तुम हो एनडीए में देखिए यादव के लिए कोई वैकेंसी नहीं है इसलिए एनडीए में कोई भी फैसला होगा देखिए अभी कैबिनेट का विस्तार हुआ किसी यादव को नहीं बनाया गया और बीजेपी को और जेडीयू को यादवों से बहुत मतलब नहीं है नितीश कुमार जानते हैं पार्लियामेंट इलेक्शन में हमारे यादव चुनाव जीत जाते हैं उनके यादव हार जाते हैं तो यादवों से मतलब नहीं है और देखिए
चुनाव 2025 की आप बात कर रहे हैं वहां बीजेपी और जेडीयू वा ले नारा लगा रहे हैं 2025 में 225 मतलब 2010 से भी बेहतर लेकिन यह नहीं होने जा रहा है ये नहीं होने जा होने क्या जा रहा है नहीं होने जा रहा है देखिए 3 मार्च को बिहार का बजट आएगा सौरभ जी अब उससे देखिएगा कि क्या दशा और दिशा तय होता है बिहार पहली बार मुफ्त की रबरी को चखेगा अच्छा ठीक है ठीक है और तेजस्वी यादव ने अपना पूरा प्रचार 00 महिलाओं के लिए बहनों के लिए और 200 यूनिट बिजली फ्री नीतीश कुमार इस मिजाज के रहे हैं कि वह मुफत के देने के लिए कुछ तैयार नहीं होते हैं लेकिन इस बार भाजपा के दबाव में व घोषणा करेंगे लेकिन 000 देते हैं 00 देते हैं अब इसकी तुलना होगी और झारखंड में आपने देखा है छत्तीसगढ़ में देखा है सभी लोग कह रहे थे कांग्रेस चुनाव जीत रही है लेकिन एक मतारी योजना आई और उसके बाद कैसे वहां दृश्य बदल गया तो ये ट्रैवल बहुत तेज कर रहा है तो तेजस्वी यादव को भी इसी मां बहन सम्मान योजना बोलते हैं मा बन मा और दो यूनिट बिजली फ्री इससे उनको और इसको मैच अप करना पड़ेगा नीतीश कुमार करना पड़ेगा करना पड़ेगा बिहार में बिहार में भी यही चलेगा जो दिल्ली में चला सब जगह चला नहीं मुझे लगता है कि सौरभ दो चीजें मैं इस बात से एग्री जरूर करूंगा कि यह बात बड़ी विस्फोटक बातें होती है कि जब आप फ्री बीज देते हैं लेकिन आप एक चीज को डिस्काउंट अभी भी कर रहे हैं कि जब दो से तीन महीने पहले बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन की प्रोटेस्ट हुई बीपीएससी की बीपीएससी की और वो इतनी मात्रा में प्रोटेस्ट हो रही थी पूरे बिहार में पटना से ही जो कि एपी सेंटर गत का कहा जाता है वहां पे एनडीए की गठबंधन ने कोई खास उम्मीद रखी भी नहीं थी ना 2024 में ना 2020 में अ एमजीबी जो है वो बड़ी पार्टी उम्र के आई लेकिन इस बारी प्रशांत किशोर ने जिस तरीके से वो प्रोटेस्ट चलाई नीतीश के खिलाफ में तो कहीं ना कहीं जो एक यूथ के अंदर फ्रीबीज को लेके रहता है वर्सेस जॉब एंप्लॉयमेंट का वो तेजस्वी यादव से खिसक के वो चीज प्रशांत की तरफ भी आई प्रशांत किशोर को मैं हालांकि कोई इतना सीरियसली नहीं मानता लेकिन नीतीश के खिलाफ में जो एंगर रहेगा ना वो यूथ में इस बारी ज्यादा एंगर है इस बात को लेके आप कह रहे नितीश कुमार के लिए नाराजगी है इस बार इस बार नाराजगी है और वो वर्सेस फ्रीबीज मुझे लगता नहीं कि इतना इजी है उसको कंपट करना रीश कुमार जी के जन्मदिन है आज और एक कार्यक्रम में वो गए थे उ 59000 विशेष
टीचरों को जॉइनिंग लेटर उन्होंने दिए हैं और इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मौजूद मंत्रियों की तरफ देखते हुए कहा कि आप लोग खड़े हो जाइए फिर उन्होंने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को यहां पर फटकार भी लगाई क्यों आप ुद देखिए आप जो मंत्री है डिपार्टमेंट के एकदम ठीक से सब का करवाइए समझ गए ना ठीक है आपको जान के हम डिपार्टमेंट दिए तो आप एकदम पूरा तौर पर करते हुए सब लोगों को काम करिए देख क्या क क्या क क्या क क्या रोज कोई ना कोई रोज कोई ना कोई एक ऐसा वीडियो आ जाता है नीतीश जी का जिसमें कुछ अटपटा लगता है कुछ में हर बार लगता है कि भाई ये ये तो नहीं ये तो नीतीश जी कैसे कर सकते हैं कोई भी कैसे कर सकता है चीफ मिनिस्टर के तौर पर उनका बर्ताव रोज नए-नए किस्सों को नई-नई अटकलों को जन्म दे रहा है जैसे उन्होंने मंत्री को खड़ा करा है सौरभ जी सौर जी देखिए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार देखिए इनकी पाठशाला के छात्र नहीं है इनके राजनीतिक सहयोगी हो सकते हैं सुनील कुमार आईपीएस अफसर रहे हैं आईपीएस अफसर रहे बिहार के डीजी रहे हैं बिहार के डीजी रहे हैं डीजी रहे पटना के सीनियर एसपी रहे पटना के डीआईजी रहे आईजी रहे एक बार फिर दिखाइ फिर दिखा ब जो मंत्री है ट एकदम ठीक से सब जगह करवाइए समझ गए ना ठीक है आपको जान के हमें डिपार्टमेंट चाहिए तो आप एकदम पूरा तौर पर करते हुए सब लोगों को काम करिए अब यह तस्वीरें क्या बिहार के लोग नहीं देखते होंगे हमसे हम आपसे ज्यादा ही देखते होंगे ना उनके हर फोन पर आता होगा यही वीडियो नीतीश कुमार का रोज कुछ ना कुछ आता है रोज चर्चा चलती नहीं च चुनाव तक चलेंगे अब तो लेकिन अब यहां से तो फिर कैसे नीतीश जी की पॉपुलर बढ़ेगी नीचे ही जाएगी ना ये सब देखने के बाद सर पहले बात तो कि एक विश्लेषण पर मैं थोड़ा सा एक दूसरा पर्सपेक्टिव रख दूं जो कारा काट का चुनाव हुआ या आर के सिं र बस उस पर आ जाता हूं जातीय समीकरण का एक ऐसा चला दौर उसमें चला कि जहां राजपूत लग रहा था उनको लगा कि कुशवाहा यहां वोट नहीं दे रहा है तो कुशवाहा के अगेंस्ट वोटिंग किया राजपूतों ने राजपूतों के अगेंस्ट कुशवाहा ने वोटिंग किया और नतीजा यह हुआ कि एक दूसरे को हराते गए और यही औरंगाबाद में भी हुआ औरंगाबाद में तो अमित शाह जी की जब सभा हो रही थी तो उस समय भी आपस में इतनी मार काट मची हुई थी भारतीय जनता पार्टी के अंदर वो सब मिलाकर कई ऐसे फैक्टर रहा अब रही बात क्या वही चीजें निकल कर के बिहार के चुनाव के विधानसभा चुनाव में भी आएगी मुझे लगता है ऐसा नहीं है यदि आप जाकर के बिहार के आप गांव में भी आप बात करेंगे तो भारतीय जनता पार्टी के लिए भारतीय जनता पार्टी को लेकर के और साथ-साथ रामविलास जी की पार्टी को लेकर के बहुत अच्छा पॉजिटिव रिस्पांस है पूरे आप बिहार में कहीं भी आप घूम जाइए और एक कई बार तो लगता है आने वाले कुमार का नाम भूल रहे हैं भारतीय जनता पार्टी और चिराग पासवान की बात कर रहे हैं मैं मैं मैं ये कह रहा हूं नीतीश जी का जहां तक सवाल है नीतीश जी के बारे में प्रश्नवाचक चिन्ह जरूर लगा हुआ है और मुझे लगता है कि यह सारी वीडियो जो है ये सिर्फ हम और आपके लिए तो एक दिन का होता है ये चीजें जो है सोशल मीडिया पर यद आप बिहार में आप सोशल मीडिया पर आप चले जाइए या गांव में बात की जाए कीजिए तो आपको एक से एक स्टोरी आपको सुनाने को सुनने और सुनाने को मिल कहीं ना कहीं उनका जो श्रेयस था वो तो छीन हुआ है जो नीतीश कुमार का पक्का वोटर है जो हर हर चुनाव में उनको वोट करता है उनके साथ खड़ा रहता है वो जब ऐसी तस्वीरें देखेगा उसको लगेगा कि भाई अब नितीश जी जो है कमांड में नहीं रह गए तो क्या करेगा वो क्या ऑप्शन है उसके पास देखिए निश्चित रूप से मैं एक टिप्पणी कर दूं कई बार यह भी होता है बिहार में बिहार एक बड़ा उल्टा प्रदेश है देखिए मुख्यमंत्री तकने शिक्षा मंत्री तो को डांट दिया समझ उसकी वजह भी सब जान रहे हैं ना सर क्यों ये हुआ क्यों है देखिए निश्चित रूप से जो बहुत पक्का वोटर होगा बिल्कुल जैसे किसी भी स्थिति में नितीश कुमार को वोट देना वो जरूर बचा रहेगा लेकिन वो बहुत कम परसेंट वोटर होगा बड़ा वोटर होगा वो विकल्प की तरफ देखेगा कि अब नितीश कुमार के अलावा क्या है तो मुझे लग रहा है कि इसमें अगर विकल्प देखेंगे तो प्रशांत किशोर भी एक विकल्प निकल कर आएगा कि 2020 के चुनाव में जिस तरीके से चिराग पासवान ने डैमेज किया था इस बार हो सकता है कि वही भूमिका प्रशांत किशोर निभाए हो सकता है एक वोटर तेजस्वी जी के पास लौट है हो सकता है एक वोटर भारतीय जनता पार्टी के पास जाए तो नीतीश कुमार का जो 15 155 पर का वोट बैंक है मुझे लग रहा है वो आके 5 पर प टिक जाएगा और 10 पर का वोट बैंक शिफ्ट होगा और जो प्रशांत किशोर बोल रहे हैं कि नीतीश कुमार 20 सीट पर नहीं ले सीटें भी लेकर नहीं आएंगे भारतीय जनता पार्टी इस बात को समझ रही है कि नीतीश पर बहुत ज्यादा भरोसा करना ठीक नहीं है और हो सकता है कि जब
सीटों का डिस्ट्रीब्यूशन होगा तो नीतीश कुमार को सिर्फ वही सीटें मिलेंगी जहां उनका कोर मजबूत वोटर है बाकी सीटें नितीश कुमार को शायद इ तमाम वजहों की वजह से नीतीश कुमार का वोट टूटेगा क्या आपको लगता नहीं देखिए नीतीश कुमार का वोट टूटेगा नहीं टूटेगा यह सवाल तो है लेकिन मैं अभी इस बात से सहमत नहीं हूं कि प्रशांत किशोर इतने आगे चले जाएंगे मैं भी सहमत नहीं लेकिन हां वे जेडीयू को और आरजेडी को नुकसान पहुंचाने जा रहे हैं बीजेपी को नहीं जेडीयू और आरजेडी को नुकसान पहुंचाने जा रहे हैं जो एस्पिरेशनल क्लास है वो उनके साथ जुड़ रहे हैं और जिन्हें नीतीश कुमार से निराशा हो रही है और वह बात कि 40 सीटें मुसलमानों को यदि तेजस्वी यादव की नींद उड़ी हुई है प्रशांत किशोर क्या कह रहे हैं कि जहां मुसलमान है वहां तेजस्वी यादव यादव को उम्मीदवार बना देते हैं और मुसलमानों के मत से यादव को विधायक बनवा देते हैं यह नहीं चलने देंगे जहां वे मुसलमान लड़ाए तेजस्वी यादव मैं मुसलमान नहीं दूंगा लेकिन मुसलमानों के क्षेत्र में यदि उन्होंने यादव लराया तो हम मुसलमान जरूर लराए तो देखिए यह बात फस जाएगी यह बात फस जाएगी और देखिए नीतीश कुमार की बात फिर हम कह रहे हैं नीतीश कुमार की सेहत नीतीश कुमार जो घोषणा करेंगे 3 मार्च को वह महत्त्वपूर्ण होगा और एक बात देखिए मैं बिहार में जब लाइफ स् चलाता हूं तो मैं लोगों के पब्लिक ओपिनियन करता रहता हूं तीन मिनट के पब्लिक ओपिनियन में दो मिनट 50 सेकंड लोग नीतीश कुमार की पूरी शिकायत करते हैं अच्छा ये नहीं वो नहीं ये भ्रष्टाचार सीओ खत्म हो गया थानेदार खत्म हो गया लेकिन अंतिम 10 सेकंड में कह देते हैं विकल्प क्या है आज भी पूछते आज भी पूछ देते हैं विकल्प क्या है मैं लोकसभा चुनाव की बात बता रहा हूं मैं गया महाराजगंज मैं















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