उन सभी परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना है प्रयागराज में संगम तट पर भगदड़ की वजह से हादसा हो गया इस हादसे में कुछ लोगों के मारे जाने की खबर है कुंभ हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई हादसे के बाद सीएम योगी भावुक होकर रोने लगे लेकिन जिस वक्त सीएम योगी रो रहे थे ठीक उसी वक्त कुछ कट्टर पंथी य खबर सुनकर खुश हो रहे थे हंस रहे थे सोशल मीडिया पर अपनी घटिया मानसिकता दिखा रहे थे सोशल मीडिया पर कुंभ हादसे की खबरों को पढ़ कई लोग हंसने वाले इमोजी बना रहे थे यहां तक कि ऐसी-ऐसी बातें लिख रहे थे जिन्हें बताया तक नहीं जा सकता कई लोग तो व्यंग
कसते हुए यह तक बोल रहे थे कि अच्छा हुआ मुस्लिमों की कुंभ में एंट्री बैन है नहीं तो सारा दोष उन्हीं पर डाल दिया जाता लेकिन ऐसे लोगों को सोशल मीडिया पर ही जवाब मिल गया कई यूजर्स ने जवाब देते हुए लिखा कि आप कुंभ में तो नहीं आए मगर सऊदी अरब में तो सिर्फ आप ही जाते हैं तो वहां कैसे हादसा हो गया पिछले साल जुलाई में 1300 से ज्यादा मुस्लिम मक्का में हज के दौरान मारे गए थे सऊदी का मक्का शहर तो प्रयागराज से भी बड़ा होगा वहां तो सिर्फ 20 लाख लोग ही गए थे प्रयागराज में तो एक दिन में 10 करोड़ लोग आ गए थे ऐसे में हादसों को लेकर इस तरह के व्यंग नहीं कसने चाहिए बहरहाल इसी बीच अब कई विपक्षी दल वीआईपी कल्चर पर सवाल उठा रहे हैं पीएम मोदी और सीएम योगी से सवाल पूछ रहे हैं विपक्षी दलों के सवाल बिलकुल बिल्कुल सही और जायज है मगर सवाल पूछने वाले इन विपक्षी दलों को भी तुरंत सोशल मीडिया पर जवाब मिल गया कई लोगों ने विपक्षी दलों को याद दिलाया कि साल 1954 में आजाद भारत का जब पहला कुंभ मेला लगा था उस दौरान ऐसी त्रासदी हुई थी जिसे कभी नहीं भूला जा सकता उस कुंभ मेले में भी मौनी अमावस्या के शाही स्नान के दिन भगदड़ मची थी और 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी कई लोगों ने कहा कि उस हादसे में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की वीआईपी मूवमेंट भी एक कारण रही थी 2019 में पीएम मोदी ने भी कहा था कि जब पंडित नेहरू प्रधानमंत्री थे तो वह कुंभ मेले में गए थे तब पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक कांग्रेस की सरकार थी उस दौरान कुंभ में भगदड़ मच गई थी हजारों लोग मारे गए थे लेकिन पंडित नेहरू पर कोई दाग ना लग जाए उसके लिए इस खबर को दबा दिया गया था 1986 हरिद्वार कुंभ मेले में भी भगदड़ की वजह से 200 लोगों की मौत हुई थी 2003 में भी नासिक कुंभ में भगदड़ की वज से 39 लोगों की जान चली गई हैरानी की बात देखिए है कि अखिलेश यादव जो आज कुंभ की घटनाओं पर लगातार ट्वीट करके यूपी सरकार से जवाब मांग रहे हैं उनके सीएम रहते हुए भी 2013 में अलाहाबाद कुंभ के दौरान हादसा हुआ था रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई और 42 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी ऐसे में सवाल पूछना विपक्षी दलों का हक है योगी सरकार को जवाब भी देना होगा मगर ऐसे हादसों पर राजनीति बिल्कुल नहीं होनी चाहिए
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