खेलों की धरती: भारत
भारतीय खेल: एक गहन अध्ययन
भारत, खेलों की नगरी तथा स्तंभ
भारत खेलों के विश्व में न केवल महत्त्व रखता है बल्कि भारत में अनगिनत खेलों का जनक है जिसमे योग, कुश्ती और तीरंदाजी भी आते हैं। लेकिन अब भारतीय खेलों ने इन सब में एक अलग रूप धारण किया है। क्रिकेट से लेकर अगर हम बात करें, हॉकी, बैडमिंटन, और अब ओलंपिक्स में और जीवित खिलाडिओं तक हर कोई भारतीय है।
क्रिकेट: देश का धर्म*
कहने की जरुरत नहीं भारत में क्रिकेट को हर कोई खेल नहीं बल्कि जीता है। सभी क्रिकेट मैच को महोत्सवों की तरह मनाने का फितूर तो सभी में है. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज पैर की मदद से उठाकर चलाना ही एक है. क्रिकेट का एक और आयाम बन चुका है आईपीएल, ये पहले से एक ब्रांड बन चुके है। आईपीएल से केवल भारत ही नहीं पूरी धरती के जादुई रोमांचक खेल मुहैया करवाए जाते है जिसे विदेशियों की ओर से भी काफी सराहना मिलती है।
अन्य खेलों का उभरना
क्रिकेट के अलावा, भारत में अन्य खेल गतिविधियों में भी उत्साहजनक वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि हॉकी, जो भारत का राष्ट्रीय खेल है, पिछले कई दशकों से पीछे रह गई है, लेकिन यह धीरे-धीरे पुनर्जीवित हो रही है। भारतीय खिलाड़ी बैडमिंटन में अपनी पहचान बना रहे हैं। पीवी सिंधु और सायना नेहवाल जैसे खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरे देश को गर्वित किया है। भारतीय खिलाड़ी मुक्केबाजी और कुश्ती में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं।
खेलों में महिलाओं की भागीदारी
भारतीय खेलों में महिलाओं की भागीदारी भी लगातार बढ़ती जा रही है।
भारतीय खेल: एक गहन अध्ययन
भारत, खेलों की नगरी तथा स्तंभ
भारत खेलों के विश्व में न केवल महत्त्व रखता है बल्कि भारत में अनगिनत खेलों का जनक है जिसमे योग, कुश्ती और तीरंदाजी भी आते हैं। लेकिन अब भारतीय खेलों ने इन सब में एक अलग रूप धारण किया है। क्रिकेट से लेकर अगर हम बात करें, हॉकी, बैडमिंटन, और अब ओलंपिक्स में और जीवित खिलाडिओं तक हर कोई भारतीय है।
क्रिकेट: देश का धर्म*
कहने की जरुरत नहीं भारत में क्रिकेट को हर कोई खेल नहीं बल्कि जीता है। सभी क्रिकेट मैच को महोत्सवों की तरह मनाने का फितूर तो सभी में है. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज पैर की मदद से उठाकर चलाना ही एक है. क्रिकेट का एक और आयाम बन चुका है आईपीएल, ये पहले से एक ब्रांड बन चुके है। आईपीएल से केवल भारत ही नहीं पूरी धरती के जादुई रोमांचक खेल मुहैया करवाए जाते है जिसे विदेशियों की ओर से भी काफी सराहना मिलती है।
अन्य खेलों का उभरना
क्रिकेट के अलावा, भारत में अन्य खेल गतिविधियों में भी उत्साहजनक वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि हॉकी, जो भारत का राष्ट्रीय खेल है, पिछले कई दशकों से पीछे रह गई है, लेकिन यह धीरे-धीरे पुनर्जीवित हो रही है। भारतीय खिलाड़ी बैडमिंटन में अपनी पहचान बना रहे हैं। पीवी सिंधु और सायना नेहवाल जैसे खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पूरे देश को गर्वित किया है। भारतीय खिलाड़ी मुक्केबाजी और कुश्ती में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त कर रहे हैं।
खेलों में महिलाओं की भागीदारी
भारतीय खेलों में महिलाओं की भागीदारी भी लगातार बढ़ती जा रही है।